Retirement Planning करना है तो दिमाग में बैठा लें ये 4 बातें…बुढ़ापे पर आपके पास होगा कुबेर का खजाना
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Thu, Nov 21, 2024 04:39 PM IST
अगर आपको अपना बुढ़ापा चैन से काटना है तो समझदारी इसी में है कि आप अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग नौकरी के साथ ही शुरू कर दें. हालांकि रिटायरमेंट प्लानिंग करने से पहले आपको ये अंदाजा जरूर लगाना चाहिए कि आपको उम्र के उस पड़ाव पर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कितनी रकम की जरूरत होगी और इसके हिसाब से ही निवेश की प्लानिंग करनी चाहिए. यहां जानिए वो 4 इंर्पोटेंट पॉइंट्स जो किसी भी व्यक्ति को रिटायरमेंट प्लानिंग करने से पहले जरूर ध्यान रखने चाहिए. अगर आपने ऐसा कर लिया तो बुढ़ापे तक आप अपने लिए कुबेर का खजाना भी जोड़ सकते हैं.
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1. ऐसे पता लगाएं बुढ़ापे पर कितना पैसा चाहिए होगा
आज हम 1 करोड़ रुपए की बात करते हैं तो हमें ये बहुत बड़ी रकम लगती है, लेकिन आज से कुछ सालों बाद इसकी कीमत बहुत ज्यादा नहीं होगी. ये बात ध्यान में रखकर आपको इतना पैसा जोड़ना होगा, जो आपके रिटायरमेंट की उम्र के समय पर अच्छी खासी वैल्यू रखता हो और उसी हिसाब से आपको सेविंग्स और निवेश की रणनीति तय करनी होगी. अब सवाल ये है कि ये पता कैसे चलेगा कि कितने समय में आपकी जमा पूंजी की वैल्यू कितनी हो जाएगी? इसके लिए Rule of 70 आपकी मदद करेगा. ये बताता है कि कितने समय मे आपकी जमा पूंजी की वैल्यू आधी हो जाएगी. इसके लिए आपको मौजूदा महंगाई दर के बारे में पता होना चाहिए. जब आप 70 में मौजूदा महंगाई दर का भाग देंगे तो आपके सामने जो संख्या निकलकर आएगी, उससे आपको पता चल जाएगा कि कितने सालों में आपकी कुल जमा पूंजी की वैल्यू घटकर आधी हो जाएगी.
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उदाहरण से समझें
मान लीजिए कि मौजूदा समय में महंगाई दर 6 फीसदी है. ऐसे में फॉर्मूला अप्लाई करते हुए 70 में 6 का भाग दें. 70/6 = 11.66 यानी करीब साढ़े ग्यारह सालों में आपकी जमा पूंजी की कीमत आधी हो जाएगी. मतलब अगर आज के समय में एक अच्छा जीवन बिताने के लिए एक करोड़ रुपए चाहिए तो आज से करीब साढ़े ग्यारह साल बाद आपको अच्छे जीवन के लिए दो करोड़ रुपए की जरूरत होगी क्योंकि तब एक करोड़ की कीमत 50 लाख रुपए के बराबर होगी. इस तरह कैलकुलेशन करके आपको आइडिया लेना होगा कि रिटायरमेंट की उम्र तक आपको अपने लिए कितना पैसा जोड़ना है.
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2. कंपाउंडिंग की ताकत पहचानें
आपको ये अंदाजा जब हो जाए कि रिटायरमेंट की उम्र तक कितना पैसा जोड़ना है, तब उतना पैसा सेविंग्स के तौर आपको बचाना होगा और इसे इन्वेस्ट करना होगा. इन्वेस्टमेंट उन जगहों पर करें, जहां पर आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा मिले. कंपाउंडिंग में निवेश को वेल्थ में बदलने की क्षमता होती है. इसमें आपको निवेश की राशि के साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है. आप जितने लंबे समय के लिए निवेश करेंगे, उतना ज्यादा कंपाउंडिंग का फायदा उठा सकते हैं. ऐसे में नौकरी की शुरुआत के साथ ही कंपाउंडिंग बेनिफिट्स देने वाली स्कीम्स जैसे पीपीएफ, एनपीएस, एसआईपी वगैरह में ज्यादा से ज्यादा निवेश करें. इसके अलावा नौकरीपेशा वीपीएफ के जरिए अपना निवेश ईपीएफ में भी बढ़ा सकते हैं और इसके जरिए अच्छा-खासा रिटायरमेंट फंड जोड़ सकते हैं.
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3. पोर्टफोलियो में वैरायटी जरूर रखें
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